National Navy Day : देश में 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। क्योंकि इस दिन ही भारतीय नौसेना ने वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान को पूरी तरह से प्रस्त कर दिया था। हर वर्ष 4 दिसंबर को उन वीर योद्धाओं को याद किया जाता है, जिनकी बहादुरी और रण कौशल ने भारत की जीत सुनिश्चित की इस उपलक्ष्य नौसेना दिवस को जश्न के रूप में मनाया जाता है। भारतीय नौसेना देश की सैन्य ताकत का बहुत अहम हिस्सा है। यह देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा में अहम भूमिका निभाती है।
भारतीय नौसेना की स्थापना 1612 में किया गयी :
National Navy Day : भारतीय नौसेना का स्थापना 1612 में किया गया था। उस समय ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने जहाजों की सुरक्षा के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी की समुद्री सेना के रूप में एक सेना का गठन किया। साल 1686 तक ब्रिटिश व्यापार पूरी तरह से बॉम्बे में स्थानांतरित हो गया। इसके बाद इस दस्ते का नाम ईस्ट इंडिया मरीन से बदलकर बॉम्बे मरीन कर दिया गया। बॉम्बे मरीन ने मराठा, सिंधि युद्ध के साथ-साथ साल 1824 में बर्मा युद्ध में भी हिस्सा लिया। जिसे बाद में रॉयल इंडियन नेवी का नाम दिया गया। भारत की स्वतंत्रता के बाद, नौसेना को वर्ष 1950 में फिर से गठित किया गया और इसका नाम बदल कर भारतीय नौसेना कर दिया गया।
क्यों मनाया जाता है नौसेना दिवस ? :
National Navy Day: वर्ष 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान ने 3 दिसंबर को, भारत के एयरस्पेस और सीमा क्षेत्र पर पाकिस्तानी सेना द्वारा शुरू किया गया। जिसके बाद भारतीय नौसेना द्वारा पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए ‘ऑपरेशन त्रिशूल (ट्राइडेंट)’ शुरू किया गया था। यह ऑपरेशन कराची बंदरगाह और वहां स्थित पाकिस्तान के नौसेना मुख्यालय को टारगेट करके शुरू किया गया था। इस हमले के लिए भारत की तरफ से एक मिसाइल नाव और दो युद्धपोत भेजे गए।
National Navy Day :
इन युद्धपोतों ने रात में ही कराची बंदरगाह की घेराबंदी कर ली। भारतीय नौसेना ने सबसे पहले कराची के तट पर जहाजों के एक समूह पर हमला किया। इस युद्ध में पहली बार जहाज पर एंटी शिप मिसाइल से हमला किया गया था। इस हमले में पाकिस्तान के कई जहाज नष्ट हो गए। कराची बंदरगाह पर मौजूद तेल स्टोर करने वाले टैंकरों में लगी आग को 60 किलोमीटर दूर से देखा जा सकता था
National Navy Day : यह आग कई दिनों तक धधकती रही थी। भारतीय नौसेना के इस हमले में पाकिस्तान के कराची नौसैनिक अड्डे को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया गया था। तब से लेकर अब तक 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना की ताकत और बहादुरी की याद में भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है।भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने में भी भारतीय नौसेना का अहम योगदान है। वर्तमान में भारतीय नौसेना अपने विशालकाय और एडवांस फीचर से लैस युद्धक पोतों, सबमरीन्स के बलबूते दुनिया भर में चौथे स्थान पर आती है।
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