Chakri Chaturang By Lalit Mohan Rayal : वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी ललित मोहन रयाल एक बहुत लोकप्रिय साहित्यकार भी हैं। जो विशेष व्यंग शैली के लिए जाने जाते हैं।
उनकी नई पुस्तक “चाकरी चतुरङग” साहित्य जगत में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। दरअसल इस उपन्यास में उन्होंने भारत के सरकारी दफ्तरों की व्यवस्था पर व्यंग और कटाक्ष करते हुए कच्चा चिट्ठा लिखा है।
Chakri Chaturang By Lalit Mohan Rayal :
सरकारी दफ्तरों के कामकाज :
चकरी चतुरङग की बात करें तो इसमें सरकारी दफ्तरों में अफसर और बाबू की दुनिया को सबके सामने रख दिया है। इन सरकारी दफ्तरों से सभी कामकाज चलते हैं, लेकिन कार्यशैली के अनुभव और हलचल को इस किताब में बखूबी लिखा गया है। उन्होंने बेहद ही व्यंग्यात्मक और खूबसूरत तरीके से सरकारी सिस्टम के यूनिवर्स की खूबियों और कमियों को बताते हुए सुझाव भी दिए हैं।
रयाल की तीन पुस्तकें :
Chakri Chaturang By Lalit Mohan Rayal : अगर आप ही इस किताब को पढ़ते हैं, तो आपको सरकारी दफ्तरों के कामकाज के बारे में जानने के लिए बहुत कुछ मिलेगा। वहीं आपको बता दें यह पुस्तक अनामिका प्रकाशन से प्रकाशित की गई है।इससे पहले भी ललित मोहन रयाल की तीन पुस्तकें ‘खड़क माफी की स्मृतियों से’ ‘अर्थश्री प्रयाग कथा’ और ‘कारि तू कब्बि ना हारि’ ने पाठकों में अपनी छाप छोड़ चुकी है। उनकी अनूठी भाषा शैली साहित्य प्रेमियों और पाठकों को अपनी ओर खींच ही लाती है।
ये भी पढ़ें : रातभर पेट दर्द से परेशान रहने के बाद सुबह दून अस्पताल पहुंचे मंत्री धन सिंह रावत, कराया अल्ट्रासाउंड