Navratri 2nd Day : नवरात्रि के दौरान मां के नौं अलग—अलग रूपों की पूजा की जाती है। तो वहीं आज चैत्र नवरात्र का दूसरा दिन है। दूसरे दिन दूसरे दिन मां के स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। मां ब्रह्मचारिणी की भक्ति से व्यक्ति में तप, त्याग, सदाचार में वृद्धि होती है, और कार्य में सदैव विजय प्राप्त होती है।
कैसे मां कहलायीं ब्रह्मचारिणी
भगवान शिवजी से विवाह के लिए प्रतिज्ञाबद्ध होने के कारण मां को ब्रह्मचारिणी नाम से जाना गाया। ब्रह्म का अर्थ है तपस्या,चारिणी यानी आचरण करने वाली इस प्रकार ब्रह्मचारिणी का अर्थ तप का आचरण करने वाली है। मां ब्रह्मचारिणी के दाहिने हाथ में जप की माला है बाएं हाथ में कमंडल है।
Navratri 2nd Day :
Navratri 2nd Day : मां को लगाया जाता हैं इन चीजों का भोग
मां को चीनी का भोग लगाना चाहिए और ब्राह्मणों को दान में भी चीनी ही देनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मनुष्य दीर्घायु होता है इनकी उपासना करने से मनुष्य में तप, त्याग, सदाचार आदि की वृद्धि होती है।
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