Navratri 8th Day MAA Durga Ashtami: नवरात्रि के आठवें दिन का महत्व बहुत अधिक होता है। आज दुर्गाष्टमी है। आज मां के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा- अर्चना की जाती है।
Navratri 8th Day MAA Durga Ashtami :
पूजा विधि…
- सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ- स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- मां की प्रतिमा को गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं।
- मां महागौरी को काले चने का भोग अवश्य लगाएं।
- मां को सफेद रंग के वस्त्र अर्पित करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां को सफेद रंग पसंद है।
- मां को स्नान कराने के बाद सफेद पुष्प अर्पित करें।
- अष्टमी के दिन कन्या पूजन का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन कन्या पूजन भी करें।
- मां को रोली कुमकुम लगाएं।
- मां को मिष्ठान, पंच मेवा, फल अर्पित करें।
- मां महागौरी का अधिक से अधिक ध्यान करें।
- मां की आरती भी करें।
इन शुभ मुहूर्तों में करें पूजा- अर्चना-
- ब्रह्म मुहूर्त– 04:32 ए एम से 05:17 ए एम
- अभिजित मुहूर्त– 11:58 ए एम से 12:48 पी एम
- विजय मुहूर्त– 02:30 पी एम से 03:20 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त– 06:31 पी एम से 06:55 पी एम
- अमृत काल– 01:50 ए एम, अप्रैल 10 से 03:37 ए एम, अप्रैल 10
- निशिता मुहूर्त– 12:00 पी एम से 12:45 ए एम, अप्रैल 10
- रवि योग– 04:31 ए एम, अप्रैल 10 से 06:01 ए एम, अप्रैल 10
Navratri 8th Day MAA Durga Ashtami :
मंत्र
मंत्र: या देवी सर्वभूतेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
मां महागौरी की आरती
महागौरी की आरती
जय महागौरी जगत की माया ।
जय उमा भवानी जय महामाया ॥
हरिद्वार कनखल के पासा ।
महागौरी तेरा वहा निवास ॥
चंदेर्काली और ममता अम्बे
जय शक्ति जय जय मां जगदम्बे ॥
भीमा देवी विमला माता
कोशकी देवी जग विखियाता ॥
हिमाचल के घर गोरी रूप तेरा
महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा ॥
सती ‘सत’ हवं कुंड मै था जलाया
उसी धुएं ने रूप काली बनाया ॥
बना धर्म सिंह जो सवारी मै आया
तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया ॥
तभी मां ने महागौरी नाम पाया
शरण आने वाले का संकट मिटाया ॥
शनिवार को तेरी पूजा जो करता
माँ बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता ॥
‘चमन’ बोलो तो सोच तुम क्या रहे हो
महागौरी माँ तेरी हरदम ही जय हो ॥
Navratri 8th Day MAA Durga Ashtami :
पूजा का महत्व
- दुर्गाष्टमी के दिन मां की पूजा- अर्चना करने से विवाह में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- मां की कृपा से मनपंसद जीवनसाथी मिलता है।
- मां की अराधना करने से संकट दूर होते हैं पापों से मुक्ति मिलती है।
- व्यक्ति को सुख-समृद्धि के साथ सौभाग्य की प्राप्ति भी होती है।
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