Sanjeev VS Sarita Arya Nainital Seat : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 में जीत दर्ज कर पिता के साथ शपथ लेकर इतिहास रचने वाले संजीव आर्य को इस बार फिर कांग्रेस ने नैनीताल सीट से मैदान में उतारा है इससे पहले संजीव आर्य भाजपा में रहकर इस सीट पर फतह हांसिल कर चुके हैं लेकिन क्या इस बार भी नैनीताल सीट को जीतकर संजीव कांग्रेस को संजीवनी दे पाने में कामयाब होंगे।
दल—बदल कर एक दूसरे के सामने हैं दोनों :
Sanjeev VS Sarita Arya Nainital Seat : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की तिथि नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक दलों की धड़कने भी तेज़ होने लगी है और नैनीताल सीट पर भी इस बार सरिता आर्य और संजीव आर्य के बीच भीषण मुकाबला देखने को मिलेगा। इस आर्य बनाम आर्य महामुकाबले को जो और भी ज्यादा रोचक बनाता है वो ये की इस सीट पर लड़ने वाले प्रत्याशी दल बदलकर एक दूसरे के आमने—सामने खड़े हैं ऐसे में दोनों ही प्रत्याशियों के कंधे पर जीत के लिए जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
कांग्रेस—बीजेपी ने बारी—बारी से किया है राज :
Sanjeev VS Sarita Arya Nainital Seat : उत्तराखंड राज्य गठन के बाद साल 2002 में इस सीट के लिए पहली बार विधानसभा चुनाव आयोजित किए गए जिसमें उत्तराखंड क्रांति दल के नारायण सिंह जंतवाल ने जीत दर्ज की। इसके बाद 2007 में भाजपा ने इस सीट पर खड़क सिंह बोहरा को प्रत्याशी बनाया और भाजपा की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए खड़क सिंह इस सीट से विधायक निर्वाचित हुए। वहीं 2012 की बात करें तो कांग्रेस की सरिता आर्य ने इस सीट पर फतह हांसिल की इसके बाद 2017 में संजीव आर्य ने पिता के साथ भाजपा का दामन थामकर इस सीट से भाजपा के टिकट पर लड़ाई लड़ी और जीत भी दर्ज की।
Sanjeev VS Sarita Arya Nainital Seat :
यदी इन आंकड़ों पर गहनता से नज़र डालें तो इस सीट पर उत्तराखंड क्रांति दल के बाद भाजपा और कांग्रेस ने बारी—बारी से राज किया है। ऐसे में संजीव आर्य पिछली बार भाजपा में रहकर इस सीट को जीत चुके हैं अगर समीकरणों की बात करें तो इस बार बारी कांग्रेस की है लेकिन सवाल यही है की क्या इस मिथक को संजीव कायम रखेंगे या फिर इस बार ये मिथक टूटेगा।
2017 में संजीव आर्य ने प्रचंड बहुमत से की थी जीत दर्ज :
Sanjeev VS Sarita Arya Nainital Seat : वहीं संजीव आर्य के पिता यशपाल आर्य राजनीति के बड़े खिलाड़ी हैं ऐसे में संजीव आर्य को राजनीति अपने पिता यशपाल आर्य से विरासत में मिली है और यही वजह है कि जब भाजपा ने 2017 में उन्हें नैनीताल सीट से पहली बार टिकट दिया तो संजीव आर्य भाजपा की उम्मीदों पर खरा उतरे और भारी बहुमत से इस सीट पर जीत दर्ज कर नैनीताल सीट से विधायक निर्वाचित हुए।
Sanjeev VS Sarita Arya Nainital Seat : संजीव के राजनीतिक सफरनामे पर नज़र डालें तो उन्होंने कांग्रेस से ही अपनी सियासी पारी की शुरूआत की। संजीव पूर्व में मंडी सभापति भी रह चुके हैं। ऐसे में संजीव आर्य के पास 2 प्लस प्वाइंट हैं पहला तो ये की वो यहां के विधायक होने के कारण जनता की नब्ज़ को भलि भांति जानते हैं और दूसरा ये की संजीव अनुसूचित जाति से ही आते हैं ऐसे में देखने वाली बात ये होगी की क संजीव कांग्रेस को संजीवनी दे पाने में कामयाब होंगे।
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