Foundation Of Military Dham : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज उत्तराखंड के दौरे पर रहे। उनके आगमन पर देहरादून में भव्य स्वागत किया। रक्षा मंत्री ने आज देहरादून के गुनियाल गांव पुरुकुल में सैन्य धाम का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। सैन्य धाम पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है और उत्तराखंड के पांचवे धाम के रूप में जाना जायेगा। रक्षा मंत्री शहीदों के आंगन की मिट्टी पर पुष्पांजलि अर्पित की और लगभग 200 शहीदों के परिजनों को शौर्य सम्मान पत्र प्रदान देकर सम्मानित भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत कई मंत्री मौजूद रहे।
सैन्य धाम की खासियत :
Foundation Of Military Dham : सैन्य धाम प्रदेश की राजधानी देहरादून के गुनियाल गांव पुरुकुल में 50 बीघा जमीन में बनाया जा रहा है। जिसका मुख्य प्रवेश द्वार देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के नाम पर होगा। 60 करोड़ की लागत इस विशाल सैन्य धाम बनाया जायेगा। जो लगभग दो साल में बनकर तैयार हो जायेगा। इस धाम में पूरे राज्य से लगभग 1734 शहीद सैनिकों के आंगन की मिट्टी लाई गई।
Foundation Of Military Dham :
आज भूमि पूजन के अवसर पर सभी शहीदों के आंगन की मिट्टी को कलश में रखकर सैन्य धाम की नींव रखी। धाम में उत्तराखंड के सैनिक जो द्वितीय विश्वयुद्ध से अब तक शहीद हुए हैं उनके चित्र लगाये जायेंगे साथ ही शौर्य गाथाओं की झांकी भी लगाई जाएगी।
रक्षा मंत्री का संबोधन :
Foundation Of Military Dham : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में राज्य सरकार को धन्यवाद करते हुए कहा कि उत्तराखंड वीरों की भूमि है यहां की मिट्टी में शौर्य और पराक्रम है और अब यहां सैन्य धाम बनने से पूरे देश के युवाओं को प्रेरणा मिलेगी साथ ही कहा कि भारत सरकार ने सेना के हाथ बांधे नहीं हैं। वहीं नेपाल के बारे में बात करते हुए कहा कि वहां की भारत के रहते हुए नेपाल के कुछ ताकतें जो भारत को अलग करना चाहती हैं वो ऐसा नहीं कर पायेंगी।
उन्होंने ये बताया कि अब भारत से अब लगभग 72 देशों को रक्षा उपकरण एक्सपोर्ट किये जा रहे हैं। वहीं उन्होंने पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत और सभी सैन्य अधिकारियों के निधन पर शोक भी जताया।
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