Huge Loss Of Revenue In Uttarakhand : कुमाऊं मंडल की नदियों में एक महीने बाद भी खनन का काम शुरू नहीं किया गया है। इसके लिए नैनीताल डीएम धीराज सिंह गब्यार्ल और खनन कारोबारियों के बीच वार्ता की गई थी। लेकिन वह विफल रही और हल्द्वानी की लाइफलाइन कही जाने वाली गौला नदी के साथ ही अन्य नदियों में भी खनन का काम शुरू नहीं हो पा रहा है।
Huge Loss Of Revenue In Uttarakhand :
व्यवस्थाओं की मांग :
दरअसल एक प्रदेश एक रॉयल्टी के साथ ही कई अन्य मांगों को लेकर खनन कारोबारियों और वाहन कारोबारियों ने अभी तक कार्य शुरू नहीं किया है। ऐसे में डीएम खनन व्यापारियों और वन विभाग के बीच काफी लंबी वार्ता भी हुई। लेकिन खनन कारोबारियों द्वारा वाहनों के ग्रीन टैक्स में छूट, जीपीएस की निर्धारित दर, एक प्रदेश एक रॉयल्टी के साथ फिटनेस फीस में छूट देने और अन्य व्यवस्थाओं की मांग उठाते हुए उन्होंने काम करने से मना कर दिया। ऐसी स्थिती में जहां खनन कारोबार से जुड़े लोगों पर संकट खड़ा हो रहा है तो राजस्व को भी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
Huge Loss Of Revenue In Uttarakhand : बता दें कि कुमाऊं में 1 अक्टूबर से नंधैरा नदी, दाबका नदी, गौला नदी के साथ ही अन्य नदियों में खनन का काम शुरू किया जाता है। लेकिन आज एक महीने बाद भी इन विवादों को लेकर कार्य शुरू नहीं किया गया है।
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