LalKuan Vs Khatima Seat Election 2022 : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में इस बार खटिमा और लालकुआं सीट काफी हॉट मानी जा रही है। कारण है कि जहां खटीमा से खुद सीएम पुष्कर सिंह धामी मैदान में हैं तो वहीं दूसरी तरफ लालकुआं से हरीश रावत चुाव लड़ रहे हैं। ऐसे में दोनों दिग्गज की इस लड़ाई को वर्तमान और पूर्व की प्रतिष्ठा के रूप में भी देखा जा रहा है।
इन सीटों पर वर्तमान और पूर्व की प्रतिष्ठा है दाव पर :
LalKuan Vs Khatima Seat Election 2022 : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के घमासान में कुछ ही समय शेष रह गया है ऐसे में जनता की निगाहें विशेषकर उधम सिंह नगर की खटीमा व नैनीताल जिले की लाल कुआं सीट पर टिकी हुई है ऐसा इसलिए क्योंकि इन दोनों ही सीटों पर वर्तमान और पूर्व की प्रतिष्ठा दांव पर है सीधे शब्दों में समझा जाए तो खटीमा सीट से जहां खुद सीएम पुष्कर सिंह धामी चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं लालकुआं सीट से पूर्व सीएम हरीश रावत मैदान में है इसलिए इन दोनों ही सीटों में मुकाबला बेहद ही अहम माना जा रहा है।
खटीमा को जीतना सीएम पुष्कर के लिए बेहद महत्वपूर्ण :
LalKuan Vs Khatima Seat Election 2022 : खटीमा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो सीएम पुष्कर सिंह धामी इस सीट से 2 बार विधायक निर्वाचित हो चुके हैं 2012 में जहां सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस के देवेंद्र चंद्र को 5394 वोट से हराया था तो वहीं 2017 में एक बार फिर पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस के भुवन कापड़ी को 2709 मतों से शिकस्त दी थी।
LalKuan Vs Khatima Seat Election 2022 :
ऐसे में दो बार के खटीमा से विधायक रहे पुष्कर सिंह धामी के सामने इस बार चुनौती दोहरी है पहली तो ये कि सीएम रहते हुए भाजपा के मनोबल को बनाए रखने के लिए उनका इस सीट को जीतना बेहद ही महत्वपूर्ण है और दूसरा ये कि इस बार सीएम धामी हैट्रिक पर है यदि वो इस बार भी खटीमा सीट को जीतकर विधानसभा पहुंचते हैं तो उनकी ये हैट्रिक होगी।
हरदा के सामने इस बार है दोहरी चुनौती :
LalKuan Vs Khatima Seat Election 2022 : लालकुआं की बात करें तो इस सीट में इस बार हरीश रावत के लिए दिक्कतें बढ़ सकती हैं क्योंकि हरीश रावत पहली बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में भाजपा ने भी हरीश रावत को सीधा टक्कर देने के लिए जिला पंचायत सदस्य मोहन बिष्ट को उनके सामने खड़ा किया है ऐसे में दोनों के बीच ही टक्कर काफी रोचक होने वाली है। लेकिन इस सीट की रोचकता इससे भी ज्यादा बढ़ जाती है कि हरीश खेमे ने भाजपा के चार दर्जन से अधिक संगठन और पार्टी कार्यकर्ताओं को तोड़कर अपनी ओर कर लिया है वहीं भाजपा ने भी कई कांग्रेस कार्यकर्ता अपनी ओर जोड़े हैं।
LalKuan Vs Khatima Seat Election 2022 :
लेकिन हरीश रावत के सामने चुनौती ये भी है कि 2017 में जिस तरीके से उन्हें 2 सीट पर हार का मुह देखना पड़ा था इस बार उनके मनोबल के लिए भी इस सीट को जीतना बेहद जरूरी है और दूसरा ये कि इस सीट को जीतना सीधे तौर पर कांग्रेस की प्रतिष्ठा से भी जोड़कर देखा जा रहा है ऐसे में हरीश रावत के उपर भी चुनौतियां दोहरी है ऐसे में दोनों ही सीटों पर पूर्व और वर्तमान की प्रतिष्ठा दाव पर है लेकिन ये दाव चुनावी दंगल में किसका सही लगता है ये तो चुनावी परिणामों के बाद ही पता लग पाएगा।
ये भी पढ़ें : हरिद्वार में शिवराज सिंह चौहान ने कन्या पूजन कर मांगा आशीर्वाद