Owl Sacrifice On Diwali : दीपावली नजदीक आते हैं उल्लुओं की जान पर खतरा मंडराने लगता है। हर साल दिवाली के आसपास शिकारियों से उल्लुओं की जान बचाना वन विभाग के लिए चुनौती बन जाता हैं। वहीं दीपावली से पहले ही प्रदेश में वन विभाग ने अर्लट जारी कर दिया है। विभाग के सभी कर्मचारियों को जंगलों में गश्त बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिए हैं और कर्मचारियों के साथ ही अधिकारियों की छुट्टियों को भी कैंसिल कर दिया है।
Owl Sacrifice On Diwali :
Owl Sacrifice On Diwali : दरअसल दीपावली पर मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और कई अंधविश्वासियों दीपावली पर उल्लुओं की बलि देते हैं, क्यूकिं उनका मानना है कि दिवाली पर उल्लू की बलि देने से धन की प्रप्ति होती है। माना जाता है कि उल्लुओं की बलि देने के लिए 45 दिन पहले ही खरीद कर लेते हैं। ऐसे में उल्लुओं के शिकार होने का खतरा बढ़ जाता है। जिसके मद्देनजर वन विभाग सभी कर्मचारियों को शिकारियों पर नजर बनाये रखने के लिए कर्मचारियों की छुट्टियों को कैंसिल किया और जंगलों में गश्त बढ़ा दी है।
वहीं तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ संदीप कुमार का कहना है कि दीपावली पर प्रतिबंध वन्यजीवों की तस्करी की संभावना बढ़ जाती है।
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