Uttarakhand Fake Certificate Gang : देहरादून पुलिस ने एक गिरोह द्वारा बनाए जा रहे 10वीं व 12वीं कक्षा के फर्जी सर्टिफिकेट वालों का पर्दाफाश किया है । मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार करते हुए कई अहम सुराग जुटाए है।
Uttarakhand Fake Certificate Gang ; फर्जी सर्टिफिकेट का रैकेट
उत्तराखंड राज्य के देहरादून जिले में धारा पुलिस चौकी के ठीक सामने एमडीडीए कांप्लैक्स से पुलिस ने एक गिरोह में शामिल युवक को हिरासत में ले लिया है जो 10वीं और 12वीं के फर्जी सर्टिफिकेट बनाने का काम करता था। मामले में पुलिस ने पूछताछ में आरोपी युवक से कई सवाल — जवाब किए गए जिसमें कई चौकाने वाले खुलासे हुए है । पूछताछ में पता चला है कि गिरोह फर्जी सर्टिफिकेट बिहार और अरुणाचल प्रदेश में बेचते थे।
Uttarakhand Fake Certificate Gang : छानबीन में जुटी पुलिस
एमडीडीए कांप्लैक्स में हो रहे इस फर्जी सर्टिफिकेट के यह सिलसिले को 8 से 10 हज़ार रुपयों में बेचा जाता था । इस अपराध में कई युवकों के शामिल होने की आशंका को लेकर बाकी के आरोपियों को गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम ने मुजफ्फरनगर का रुख़ भी किया है । पुलिस के मुताबिक इस फर्जी सर्टिफिकेट बनाने का रैकेट काफी लंबे समय से चल रहा था ।
Uttarakhand Fake Certificate Gang : आपको बता दें कि शामिल गिरोह ने एक नेशनल काउंसिल फॉर रिसर्च एजूकेशन नाम से ट्रस्ट बनाया हुआ था । मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने कार्रलय में दसतक दी और कंप्यूटर अपनी ज़ब्त में करके जांच — पड़ताल शुरु की। साथ ही गाज़ीपुर बनारस का निवासी राम किशोर को हिरासत में लिया ।
Uttarakhand Fake Certificate Gang : आरोपी खुद 5वीं पास था
तफ़्तीश में सामने आया की यह ट्रस्ट किसी भी बोर्ड से एफिलिएटिड नहीं था। शामिल आरोपियों द्वारा बनाए जा रहे 10वीं व 12वीं कक्षा के फर्जी सर्टिफिकेट बनाए जाते थे जो बिहार और अरुणाचल में रहने वालों के लिए सर्टिफिकेट तैयार करते थे। गौरतलब है कि राम किशोर खुद 5वीं पास है और उसने अपना भी 12वीं का एक फर्जी सर्टिफिकेट बनाया है । बताया जा रहा है कि आरोपी ने अब तक ऐसे कई नौजवानों के फर्जी सर्टिफिकेट बनाएं हैं। पुलिस की छानबीन अभी भी जारी है।
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