Uttarakhand Vidhansabha Election 2022 : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुका है। जहां एक बार फिर भाजपा प्रदेश में सत्ता की कुर्सी में बैठने जा रही है। तो इस बार का विधानसभा चुनाव काफी मायनों में यादगार रहने के साथ ही दिलचस्प भी रहा। बता दें कि 2022 का चुनाव कोरोना के साये में हुआ तो वहीं इस चुनाव में नेताओं की बयानबाजी से लेकर धार्मिक राजनीति भी जमकर देखने को मिली। उधर यह प्रदेश का पहला ऐसा विधानसभा चुनाव रहा जिसमें हरक सिंह रावत चुनाव नहीं लड़े।
नेताओं की बयानबाजी :
Uttarakhand Vidhansabha Election 2022 : जैसे-जैसे चुनाव निर्णायक दौर में पहुंचा तो वहीं नेताओं की अलग—अलग बयानबाजी देखने को मिली। जिस पर भाजपा ने तुष्टिकरण के मुद्दे पर कांग्रेस को असहज करने की कोशिश की। तो वहीं कांग्रेस ने भी तीन-तीन मुख्यमंत्री बदलने को लेकर बनाए गए तीन तिगाड़ा, काम बिगाड़ा मुद्दे से भाजपा को घेरा साथ ही आम आदमी पार्टी ने भी आध्यात्मिक राजधानी से लेकर मुफ्त बिजली गारंटी की सियासत की इसके अलावा राजनीतिक दलों ने अपने—अपने थीम सांग्स बनाए।
Uttarakhand Vidhansabha Election 2022 :
दलबदल :
विधानसभा चुनाव 2022 में दलबदल भी देखने को मिला। भाजपा के कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, हरक सिंह रावत कांग्रेस में चले गए साथ ही ओम गोपाल रावत और टिहरी विधायक धन सिंह नेगी ने भाजपा से बगावत की और कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा। तो वहीं कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, कांग्रेस नेता दुर्गेश्वर लाल ने भाजपा में चले गए।
हरक सिंह रावत :
Uttarakhand Vidhansabha Election 2022 : इस चुनाव को हरक सिंह रावत के लिए भी याद किया जाएगा। यह पहला चुनाव है, जिसमें हरक नजर नहीं आए साथ ही चैंपियन और कर्णवाल भी इस बार चुनावी से बाहर दिखे। हालांकि चैंपियन की जगह उनकी पत्नी कुंवररानी देवयानी को बीजेपी ने टिकट दिया था।
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