Villagers Upset due To Waterlogging : जहां एक और सरकार द्वारा योजनाओ के माध्यम से गांव के विकास के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए जाते है। वहीं सरकार की योजनाओं को सरकार के कर्मचारी ही पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं। जिस कारण जलभराव से ग्रामीण हुए परेशान हो रहीे हैं और कोई अधिकारी सुध नहीं ले रहा है।
Villagers Upset due To Waterlogging :
अधिकारी सुनने को तैयार नहीं :
दरअसल मंगलौर के विकासखंड नारसन के नाथूखेड़ी गांव में जगह जगह जलभराव की समस्या है। नाथूखेड़ी गांव के कई रास्तों पर हमेशा पानी भरा रहता है। इन्हीं रास्तों से होकर ग्रामीणों सहित सैंकड़ों स्कूली छात्र छात्राएं भी गुजरते हैं। वहीं इस गंदगी भरे पानी से होकर गुजरते समय छात्र छात्राओं की ड्रेस भी कीचड़ में खराब हो जाती है। रास्ते में पानी जमा होने के कारण ग्रामीणों और स्कूली छात्र छात्राओं को लंबी दूरी तय करके दुसरे रास्तों से स्कूल पहुंचना पड़ता है। लेकिन नाथूखेड़ी गांव की इस समस्या की सुध लेने वाला कोई नहीं।
Villagers Upset due To Waterlogging : ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार ब्लॉक के कर्मचारियों को इस समस्या से अवगत भी कराया जा चुका लेकिन कोई अधिकारी सुनने को तैयार ही नहीं है। वहीं बरसात के इस मौसम में ग्रामीणों को अब डेंगू का खतरा भी सताने लगा है
ये भी पढ़ें : पंजाब सीएम भगवंत मान करने जा रहे शादी, ये बनेंगी उनकी दुल्हनिया