BJP’s Gujjars Candidates In 2022 : उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए मैदान सज चुका है। तमाम राजनीतिक पार्टियां अपने—अपने खिलाड़ियों को पिच पर उतारकर बैटिंग करने की फुल तैयारी में है। ऐसे में भाजपा ने 20 साल बाद गुर्जरों पर दांव खेलकर जातिवाद समीकरण साधने की कोशिश की है।
रानी देवयानी और दिनेश पंवार उतरें मैदान में :
BJP’s Gujjars Candidates In 2022 : भाजपा ने हरिद्वार में 20 साल बाद दो गुर्जर चेहरे मैदान में उतारे है। बता दें कि 2002 में हुए पहले विधानसभा में भाजपा ने लक्सर सीट पर तत्कालीन जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष विजेंद्र सिंह और इकबालपुर (अब झबरेड़ा) सीट पर डॉ रामपाल सिंह को प्रत्याशी बनाया था। यह अलग बात है कि तब पार्टी का कोई भी गुर्जर चेहरा जीत नहीं पाया था, बावजूद इसके दोनों ही सीटों पर गुर्जर ही विजई हुए थे। बहरहाल, 2007 या उसके बाद पार्टी ने इस प्रयोग को नहीं दोहराया था। इस बार पार्टी ने खानपुर में रानी देवयानी और मंगलौर में दिनेश पंवार को अपना प्रत्याशी बनाया है।
BJP’s Gujjars Candidates In 2022 :
BJP’s Gujjars Candidates In 2022 : दोनों ही गुर्जर बिरादरी से आते हैं। अब बीस साल बाद पार्टी ने यह प्रयोग किया है। खानपुर सीट पर प्रत्याशी बनाई गई रानी देवयानी स्थानीय विधायक प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी हैं और खुद भी तीन बार जिला पंचायत का चुनाव जीत चुकी हैं। खुद प्रणव सिंह चार बार विधायक रह चुके हैं। इसलिए रानी देवयानी भले ही विधानसभा चुनाव की राजनीति में पहली बार पदार्पण कर रही हों लेकिन राजनीति के लिए वे नया चेहरा नहीं हैं।
मंगलौर सीट पर प्रत्याशी बनाए गए दिनेश पंवार की स्थिति भी कमोबेश ऐसी ही है। दिनेश पंवार के भाजपा के साथ पुराने नाते हैं। उनके पिता तेजपाल पवार 1991,1996 के बीच दो बार इस क्षेत्र में विधायक रह चुके हैं। वे उत्तराखंड बनने के बाद पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष और भाजपा जिलाध्यक्ष भी रहे थे।
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