उत्तराखंडUttarakhand: आपको बतादें की उत्तराखंड(Uttarakhand) में अगले चार दिन तक भारी बारिश रहेगी। सभी जिलों के लिए मौसम विभाग ने चार दिन तक येलो अलर्ट जारी करने का फैसला किया । इसके साथ ही आपको बतादें की मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि , 22 से 25 जुलाई तक गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है । इसके चलते संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन से सड़कें बंद हो सकती हैं।
इसके साथ ही आपको बतादें की उत्तराखंड(Uttarakhand) में पौड़ी के थलीसैंण में और उत्तरकाशी के पुरोला में बादल फटने से हुई भारी तबाही। और इसके साथ ही थलीसैंण-पीठसैंण-बुंगीधार मोटर मार्ग पर बगवाड़ी गांव के समीप पुल के एक हिस्से का पुश्ता क्षतिग्रस्त हो गया है जिस कारण वह के लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है, चौथान पट्टी के पांच से अधिक गांवों की आवाजाही ठप हो गई है। और जबकि पट्टी के 80 गांवों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
इसके चलते आपको बतादें की पट्टी के ग्रामीणों को भीड़ा-जसपुर-उफरैंखाल मोटर मार्ग से 30 किमी का अतिरिक्त फेरा लगाना होगा। इस आपदा के आने से पट्टी के रौली गांव के एक ग्रामीण की गौशाला बह गई है। जिसमें उनकी 10 बकरियां व दो बैल लापता हैं। इसके साथ ही रौली और बगवाड़ी गांव के ग्रामीणों के खेत बह गए हैं।
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उत्तराखंड(Uttarakhand): इसके साथ ही उत्तरकाशी में देर रात हुई अतिवृष्टि एवं बादल फटने की घटना , जिस कारण प्रशासन ने सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा जिस मे पुरोला, बड़कोट एवं डुंडा तहसील के कई स्थान शामिल थे । इसके साथ ही आपको बतादें की भूस्खलन से अवरूद्ध सड़कों को खोले जाने और बिजली, पानी की आपूर्ति बहाली के लिए तत्काल प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं आपको यह भी बतादें की प्राथमिकता के आधार पर बंद सड़कों को खोलने के लिए विभिन्न विभागों की जेसीबी और अन्य मशीनरी को भोर से ही प्रभावित क्षेत्रों में काम पर जुटा दिया गया है। जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने देर रात करीब ढाई बजे हुई इन घटनाओं की जानकारी मिलते ही उप जिलाधिकारी पुरोला और उप जिलाधिकारी बड़कोट को तत्काल समबन्धित विभागों के कर्मियों के साथ मौके पर जाकर स्थिति का जायदा लिया।
रिपोर्टर: ऋतिका पंवार
(देहरादून)